नहीं सुधरी दिल्ली की हवा तो लगेंगी कई पाबंदियां, सरकार की है ये प्लानिंग

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बद से बदतर होती जा रही है. गुरुवार की सुबह दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार दर्ज किया गया. प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस-6 की डीजल से चलने वाली बसों को छोड़कर सभी पैसेंजर यात्री बसों के राष्ट्रीय राजधानी में एंट्री पर पूरी तरह बैन लगा सकती है.

हवा की गुणवत्ता में गिरावट के बीच इस समय दिल्ली में GRAP-IV के नियम लागू हैं. वर्तमान में दिल्ली में सिर्फ ट्रकों की एंट्री पर रोक है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्र के मुताबिक, “छठ पूजा करीब है और इसकी वजह से शहर में भारी भीड़ देखी जा रही है. ऐसे में सरकार त्योहार के बाद प्रतिबंध लागू करने की योजना बना रही है.”

पिछले महीने, दिल्ली सरकार ने निर्देश दिया था कि हरियाणा से दिल्ली आने वाली उन्हीं बसों को एंट्री दी जाएगी जो इलेक्ट्रिक, सीएनजी या बीएस-VI डीजल पर चल रही होंगी. सरकार के निर्देशों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के एनसीआर इलाकों से दिल्ली में एंट्री पाने वाली बसों के लिए भी यही नियम लागू किया गया था.

दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कहा कि 1 जुलाई से हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर या कस्बे से दिल्ली आने वाली उन्हीं बसों को एंट्री मिलेगी जो इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस-VI डीजल पर चलने वाली होंगी. दिल्ली में सभी राज्यों से आने वाली बसों के लिए एक जैसा नियम लागू करने की योजना है.

जहरीली हवा से पार पाने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए केजरीवाल सरकार ने निर्माण कार्य और शहर में डीजल से चलने वाले ट्रकों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया है. साथ ही कई अन्य कड़े प्रतिबंध भी लगाए गए हैं. इसके बावजूद पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है. प्रतिबंधों का उलंधन न हो इसके लिए सरकार की तरफ से 40 टीमें बॉर्डर इलाकों में रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक तैनात हैं.

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